मारीशस के उच्चायुक्त जगदीश्वर गोवर्धन का आगमन बाबू कुंवर सिंह के किला जगदीशपुर में हुआ. उच्चायुक्त जगदीश्वर गोवर्धन ने कहा कि आज हम सब भोजपुरी को भूल रहे हैं लेकिन यह हमारी मातृभाषा है. हम सब इसको मिलकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान देने में लगे हैं लेकिन भोजपुरी की जन्मक्षेत्र में ही भोजपुरी का उपयोग नहीं होने पर चिंता व्यक्त करते हुए वहां उपस्थित लोगों को संबोधन में उन्होंने अपने बोलचाल भोजपुरी में ही आग्रह किया.
उन्होंने भोजपुरी भाषा पर पूर्व प्राथमिक भोजपुरी पाठ्य पुस्तक माला का हजारों प्रतिलिपि लोगों के बीच वितरित की. श्री गोवर्धन ने कहा कि दुनिया भर में कोई भी समाज अपनी मूल भाषा में बोलने में गर्व करता है. भारत में भी बंगाल के लोग बंगाली, तेलंगाना के लोग तेलगु, तमिलनाडु के लोग तमिल बोलकर फख्र महसूस करते है. लेकिन भोजपुर के लोग भोजपुरी बोलने में ही हिचकते है. जबकि मारीशस भोजपुरी भाषा के उत्थान के लिए कार्य कर रहा है.
भारतीय मूल के जगदीश्वर गोवर्धन ने कुंवर सिंह के किले में लगे तैल चित्रों, पुराने अवशेषों का अवलोकन किया. स्वागत के लिए आये युवाओं के साथ सहज भाव से सेल्फी के लिए पोज देते हुए मारीशस हाई कमिश्नर ने अपने सहज भाव से लोगों का दिल जीत लिया.
स्वयं सेवी संस्था जन विकास क्रांति के महासचिव हिमराज सिंह ने बाबू कुंवर सिंह किला में मारीशस के उच्चायुक्त जगदीश्वर गोवर्धन का स्वागत बाबू कुंवर सिंह के स्मृति चिन्ह देकर किया. वीर कुंवर सिंह फाउंडेशन के अध्यक्ष निर्मल सिंह ने कहा कि अपने देश की आजादी में सबसे ज्यादा उम्र में वीर कुंवर सिंह ने अंग्रेजो के विरुद्ध लड़ाई लड़ी इनके जैसा कोई दूसरा उदाहरण पूरे दुनिया में नहीं है जो कि 80 वर्ष के उम्र में अपने मातृभूमि के प्रति लड़ाई लड़ा हो.
उपस्थित लोगों में नगर अध्यक्ष मुकेश कुमार गुड्डू, मनोज कुमार सिंह, संजय कुमार सिंह,सोन पानी सिंह, कुमारी स्नेहा सिंह ,पप्पू कुमार ,रितेश कुमार ,विकास कुमार, आरती कुमारी, राहुल मौर्य ,नीलम कुमारी सहित हजारों लोग प्रमुख थे.